त्योहारी सीजन हमेशा ग्राहकों और कंपनियों दोनों के लिए खास होता है। जहां ग्राहकों के लिए यह शॉपिंग और डिस्काउंट का मौका है, वहीं कंपनियों के लिए यह रोजगार सृजन का बेहतरीन समय है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल के फेस्टिव सीजन में लगभग 2 लाख नई नौकरियां पैदा हो सकती हैं, जिनमें 70% अस्थायी और 30% स्थायी होंगी। खास बात यह है कि भर्ती का ज्यादा फोकस छोटे शहरों पर होगा।
छोटे शहरों में ज्यादा भर्ती
फेस्टिव सीजन में कंपनियां टियर-2 और टियर-3 शहरों में तेजी से भर्ती कर रही हैं। ई-कॉमर्स, रिटेल, हॉस्पिटैलिटी और डिलीवरी सर्विसेज सेक्टर में कर्मचारियों की डिमांड सबसे ज्यादा है। इससे युवाओं को अपने ही शहरों में रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
ई-कॉमर्स और रिटेल सेक्टर में बूम
रिपोर्ट में बताया गया है कि लगभग 43% कंपनियों ने ई-कॉमर्स और रिटेल सेक्टर में अधिक भर्ती की योजना बनाई है। लॉजिस्टिक्स, सप्लाई चेन और कस्टमर सर्विस जैसे क्षेत्रों में भी नौकरी की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
परमानेंट और टेम्पररी जॉब्स
त्योहारी सीजन में 20-25% तक अस्थायी नौकरियों की मांग बढ़ सकती है। वहीं 35% से अधिक कंपनियां स्थायी कर्मचारियों की भर्ती भी करने जा रही हैं। इसका मतलब यह है कि युवाओं को केवल सीजनल जॉब ही नहीं, बल्कि लंबे समय तक स्थायी रोजगार भी मिल सकता है।
रिटेंशन पॉलिसी
26% कंपनियां अपने कर्मचारियों को लंबे समय तक रिटेन करने की योजना पर काम कर रही हैं। खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में काम करने वाले कर्मचारियों को स्थायी तौर पर जोड़े रखने की तैयारी की जा रही है।
क्यों बढ़ रही है मांग?
- ऑनलाइन शॉपिंग में भारी बढ़ोतरी
- लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी सर्विसेज की बढ़ती डिमांड
- ग्राहकों की बढ़ती संख्या और सेल्स में रिकॉर्ड ग्रोथ
- हॉस्पिटैलिटी और रिटेल सेक्टर में फेस्टिव सीजन की खास तैयारी
FAQs
Q1: इस फेस्टिव सीजन में कितनी नौकरियां आने की उम्मीद है?
लगभग 2 लाख नई नौकरियां पैदा होने की संभावना है।
Q2: क्या यह नौकरियां स्थायी होंगी या अस्थायी?
लगभग 70% अस्थायी और 30% स्थायी जॉब्स मिल सकती हैं।
Q3: सबसे ज्यादा भर्ती किन सेक्टरों में होगी?
ई-कॉमर्स, रिटेल, लॉजिस्टिक्स, डिलीवरी और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में।
Q4: क्या छोटे शहरों में भी भर्ती होगी?
हां, ज्यादातर भर्ती टियर-2 और टियर-3 शहरों में होगी।
Q5: किन कंपनियों में नौकरी पाने का ज्यादा मौका है?
ई-कॉमर्स कंपनियां, रिटेल स्टोर, डिलीवरी सर्विस और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कंपनियों में।